Gangor drawing गणगौर ईशर चित्र
गणगौर पूजा के लिए चित्र Make a beautiful drawing for gangor puja Rajasthani festival celebration Gauri Puja Method (गणगौर पूजा मनाने का विधि-विधान) गणगौर पूजा की सामग्री गौर, ईसर, कनिराम, रोवा बाई ,सोवा बाई, मलन की मूर्तियाँ; सफेद काग़ज़, सेवीयान, मेहन्दी, काजल, चावल, मॉली, कोड़ी, हल्दी, चाँदी की अंगूठी, पोत, पानी का कलश, गाय का दूध, दूब, कंघी, गणगौर गीत किताब | गणगौर पूजा की विधि इस व्रत को करने के लिए इस दिन प्रात:काल में सूर्योदय से पूर्व उठना चाहिए। प्रतिदिन की नित्यक्रियाओं से निवृ्त होने के बाद, साफ-सुन्दर वस्त्र धारण करने चाहिए। पूजन से पहले नवविवाहिते और कुंआरी कन्याऐं सिर पर लोटा रखकर घर से निकलकर किसी बाग बगीचों में जाती है। वही से ताजा पानी लोटों में भरकर उसमें हरी दूब और ताजा फूल सजा कर सिर पर रख कर मंगल गीत गाती हुई घर की ओर आती है। Women celebrating Gangaur इसके बाद सारे घर में शुद्ध जल छिडकर, एकान्त स्थान में पवित्र मिट्टी से चौबीस अंगूल चौडी और चौबीस अंगूल लम्बी अर्थात चौकोर वेदी बनाकर, केसर चन्दन और कपूर से चौक पूरा करती। बीच में सोने,चांदी की मूर्ति की स्थापना करके